धर्म मानी वीरा मानी
त्याग मानी राम चन्द्र
विपुल मानी तेज और
रसिक मानी नर हरे
- राग मालकौंस
Thursday, December 24, 2009
Tuesday, December 15, 2009
मालकंस सब गुनिजन गावत (lakshan geet)
मालकंस सब गुनिजन गावत
मध्यरात्री मधुर सुर आलापत
रिषभ पंचम वर्जित स्वर हे
सा संवादी ओड़व सब गावत
- राग मालकंस, लक्षणगीत
मध्यरात्री मधुर सुर आलापत
रिषभ पंचम वर्जित स्वर हे
सा संवादी ओड़व सब गावत
- राग मालकंस, लक्षणगीत
Wednesday, December 2, 2009
सैय्या ना करो इतनो गुमान रे
सैय्या ना करो इतनो गुमान रे
पैय्या परुंगी सौ सौ बार रे
दिनरंग की तुम एक ना मानी
मानी सौतन की सारी बतिया
- राग मालकंस, तीनताल
पैय्या परुंगी सौ सौ बार रे
दिनरंग की तुम एक ना मानी
मानी सौतन की सारी बतिया
- राग मालकंस, तीनताल
Tuesday, December 1, 2009
घूंगर बाजे रे सजनी
घूंगर बाजे रे सजनी
सदारंग को नाच करी
ममदसा प्रिया की
नाचतरी रे सजनी
नाचतरी रे सजनी
- राग हंसध्वनी , तीनताल
सदारंग को नाच करी
ममदसा प्रिया की
नाचतरी रे सजनी
नाचतरी रे सजनी
- राग हंसध्वनी , तीनताल
डार डार पागन पर
डार डार पागन पर
कोयलिया बोले
रुतु बसंत में उमगे
नए रुतु नए फूल
फूल बनके डार देखो
सुध-बुध बिसराई
- राग हंसध्वनी, एकताल
कोयलिया बोले
रुतु बसंत में उमगे
नए रुतु नए फूल
फूल बनके डार देखो
सुध-बुध बिसराई
- राग हंसध्वनी, एकताल
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