जय शिव शंकर, जय गंगाधर
करुणाकर करतार हरे
जय कैलासी जय अविनाशी
सुखदासी सुखसार हरे
जय शशीशेखर जय डमरुधर
जय जय प्रेमाकार हरे
जय त्रिपुरारी जय मदहारी
अमित अनंत अपार हरे
जय रामेश्वर जय नागेश्वर
वैद्यनाथ केदार हरे
काशीपति श्री विश्वनाथ जय
मृत्युंजय अविकार हरे
- राग शंकरा भजन
Tuesday, November 3, 2009
शंकर शिव गंगाधर
शंकर शिव गंगाधर
गौरीधर सुखसागर
गौरतनु हास्यवदन
मदन दहन व्याघ्रासन
कर दर्शन हे पावन
सकल जीव सुर मुनिवर
- राग शंकरा
गौरीधर सुखसागर
गौरतनु हास्यवदन
मदन दहन व्याघ्रासन
कर दर्शन हे पावन
सकल जीव सुर मुनिवर
- राग शंकरा
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