जारे जारे जारे कान्हा
तोसे नाही बोलू
तू तो करत धिटाई
हू तो बार बार वारि जाऊ कान्हा
रसभरी तोरी बतिया न मानु
जाओ छलिया प्रीत न जानू
छेडो न ब्रिज की नारी जारे कान्हा
- राग बागेश्री
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